पालघर. महाराष्ट्र में पालघर तट के पास बजरे ‘गाल कंस्ट्रक्टर’ से लगातार तेल का रिसाव हो रहा है. यह पोत मई के मध्य में आए चक्रवात ‘टाउते’ (Cyclone Tauktae) के कारण भारी बारिश और तेज हवाएं चलने की वजह से समुद्र में फंस गया था. इस जहाज की निगरानी के लिए दो हेलीकॉप्टर को भेजा गया है. ये कोस्ट गार्ट का हेलीकॉप्टर है. इस शिप से 50 मीटर क्षेत्र में तेल का फैलाव दिखा है और सभी एहतियात बरते जा रहे हैं. एक बयान में कहा गया है कि ‘गाल कंस्ट्रक्टर’ पर 78 किलो लीटर हाई फ्लैश हाई स्पीड डीजल (एचएफएचएसडी) था लेकिन इस पर कच्चा तेल नहीं था.
शिप के अंदर क्रेन ऑपरेट करने वाले कर्मचारी एहसान खान ने न्यूज़ 18 से बातचीत में कहा कि शिप के अंदर करीब 80 हजार लीटर डीजल है, जिसे निकालने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा, ‘जहाज पत्थर से टकरा गया और उसमें छेद हो गया था. पूरे इंजन में पानी भर गया था. साइक्लोन वाले दिन अलीबाग से ये जहाज बहते-बहते यहां पहुंच गया है. बड़ी-बड़ी लहरें उस दिन यहां से टकरा रही थी. हमने जो एंकर लगाया था वो भी साइक्लोन के चलते टूट गया था. जहाज में 137 लोग थे, जिन्हें हेलिकाप्टर से रेस्क्यू किया गया. मन में डर बैठ गया था कि हम नही बचेंगे. अब लेकिन जब यहां जहाज टकराया और रुका तब जान में जान आई कि हम अब बच जाएंगे. पूरे रास्ते मे जहाज पर हमारा कंट्रोल नहीं था. हम लहरों के सहारे चल रहे थे.’
इस जहाज में 80 हजार लीटर डीजल है, जो रिस रहा है जिसकी वजह से समुद्री जीव जंतुओं पर खतरा बढ़ गया है. ये जहाज अलीबाग से बहते बहते पालघर के समुद्री छोर पर आ गया है. यहां पथरीली जमीन है समुद्र के किनारे पर पत्थर होने की वजह से ये जहाज यहां फस गया है.
इस जहाज में कुल 137 लोग थे जिन्हें सुरक्षित निकाला गया था . यह शिप दास ऑफ शोर और एफकोर्न की है. कंपनी की तरफ से कोशिश लगातार जारी है कि ऑयल लीक न हो. साथ ही कवच लगाया गया है कि लीकेज ऑयल ज्यादा समुद्र में न फैले .
source:news18