जीवविज्ञान ने वैसे तो बहुत उन्नति कर ली है, लेकिन वैज्ञानिक मरे हुए प्राणी को जिंदा नहीं कर सके हैं. एक हैरान करने वाली उपलब्धि के तहत रूसी वैज्ञानिकों ने हजारों साल पहले मर कर आर्किट क्षेत्र (Arctic Region) में जमे जीव कि ‘जिंदा’ (Revive) किया है. साइबेरिया की बर्फ (Siberian Permafrost) में यह बहुकोशिकीय जीव साफपानी में 5 करोड़ साल पहले पाया जाता था. आज के समय में इस तरह जीव बर्फ में जम कर केवल 10 साल तक ही जिंदा रह सकता है.
जिंदा कर क्लोन भी बनाया
यह जीव 24 हजार साल पहले मर कर बर्फ में जम गया था. इसके बाद अब रूसी वैज्ञानिकों ने ना केवल इस जमे हुए जीव को जिंदा किया बल्कि प्रयोगशाल में उसके क्लोन तक बनाने में सफलता हासिल कर ली. ये जॉम्बी जैसे जीव ब्डैलॉइड रोटिफर्स या चक्रधर हैं जिन्हें पहिए वाला जानवर भी कहा जाता है क्योंकि इनके मुंह के पास छोटे बालों की वृताकार छल्ला होता है.
5 करोड़ साल पहले और आज के चक्रधर
रोटिफर या चक्रधर बहुकोशिकीय सूक्ष्मजीवी होते हैं जो साफ पानी के वातावरण में ही रह सकते हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि ये जीव 5 करोड़ साल पहले पाए जाते थे. इस दौरान उन्होंने वातावरण के अनुसार खुद को ढालने और जीवित रहने के नए तरीके सीख लिए थे. अभी तक इससे पहले शोधकर्ताओं ने पाया है कि आधुनिक रोटिफर्स केवल -20 डिग्री सेल्सियस तक केवल दस साल तक खुद को जिंदा रख सकते हैं.
इस युग में थे पुरातन चक्रधर
वैज्ञानिकों ने अब इन चक्रधरों को फिर से जिंदा किया है जो साइबेरिया के जमा देने वाली ठंड में प्लेइस्टोसीन युग के आखिरी समय में जम गए थे. इस युग का समय 26 लाख साल से लेकर 11700 साल पहले का हुआ करता था. एक बार बर्फ पिघल जाए तो उसके बाद ये चक्रधर जीव अलैंगिक प्रजनन करना शुरू कर देते थे जिससे उनके क्लोन बनने लगते हैं.
इस तरह का सबसे लंबा मामला
यह अध्ययन करंट बायोलॉजी में प्रकाशित हुआ है. इसमें बताया गया है कि ये नमूने उत्तर पूर्वी साइबेरिया में पाए गए थे. रेडियोकार्बन डेटिंग पद्धति से पता चला है कि ये 24 हजार साल पहले जम गए थे. यह अब तक का सबसे पुराना मामला है जिसमें चक्रधर जमी हुई अवस्था से वापस जिंदा हुए हों.